बैद्यनाथ प्रोस्टेड टेबलेट - प्रोस्टेड के रोगियों के लिए लाभप्रद
रोग परिचय
प्रोस्टेड ग्रंथि (पौरुष ग्रंथि ) पुरुषों में पेशाब की थैली के पास पाई जाने वाली एक अखरोट के आकार की ग्रंथि होती है जो वीर्य (सेमिनल फ्लूइड) का निर्माण करती है।
५० वर्ष से ऊपर की आयु में अंदरूनी शरीरिक प्रकियाओं एवं हार्मोनल परिवर्तन के कारण प्रायः प्रोस्टेड ग्रंथि का आकार बढ़ जाता है,जिससे कि पेशाब की नली पर दबाब पड़ता है और रुकावट उत्पन्न होने लगती है। इस समस्या को प्रोस्टेट वृद्धि(बी.पी.एच.) कहा जाता है।
प्रोस्टेट बढ़ जाने पर व्यक्ति को पेशाब करने में तकलीफ होती है,बार बार पेशाब जाना,पेशाब न रोक पाना ,बूँद बूँद पेशाब होना ,पेशाब के रास्ते में इन्फेक्शन इत्यादि लक्षण उत्पन्न होते हैं।
प्रोस्टेट टेबलेट
प्रोस्टेट रोगियों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए बैद्यनाथ में प्रोस्टेड टेबलेट का निर्माण किया है।इस औषधि में संयोजन द्रव्य शिलाजीत,गोखुरू,करंजु,वरुण छाल हैं, एवं कुल्थी और एलोवेरा के रस की भावना दी गई है।
ये सभी आयुर्वेदिक जड़ी बूटिया समग्र रूप से कार्य करके प्रोस्टेट के लक्षणों लाभ देती है।
यह दवा प्रोस्टेट की सूजन व दर्द को कम करती है,एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट हैं। इसके सेवन से पेशाब खुलकर आती है।
प्रोस्टेड टेबलेट के साथ बैद्यनाथ वृद्धिवाधिका बटी एवं कांचनार गुग्गुलु का सेवन करने से प्रोस्टेट ग्रंथि के आकार में भी कमी होती है।
सेवन विधि
प्रोस्टेट रोगियों को १ से २ टेबलेट प्रतिदिन सेवन करना चाहिए।
पैकिंग-५०टेब्लेट