जोड़ शरीर के कुछ हिस्से हैं जहां हड्डियां मिलती हैं जोड़ों को कंकाल की हड्डियों को स्थानांतरित करने की अनुमति है।जोड़ों में दर्द किसी भी स्नायुबंधन या कण्डरा को प्रभावित करने वाली चोट के कारण हो सकता है, संयुक्त चारों ओर फटना।चोटें (INJURY) स्नायुबंधन, उपास्थि, और हड्डियों को भी प्रभावित कर सकती हैं।
संयुक्त दर्द एक सामान्य शिकायत है कभी-कभी जोड़ों में दर्द एक बड़ी बीमारी या गंभीर चोट का नतीजा हो सकता है
यदि रोगी में निम्नलिखित लक्षण पायें जाते है तो निम्नलिखित रोग हो सकते है तथा चिकित्सक / वैद्य पहले उन लक्षणों का कारण को जाने और इलाज करवायें
1.एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस (रीढ़ की बीमारी)
· निचला कमर दर्द
· पीठ और लम्बर रीजन में जड़काहट
· यह 15-25 साल के बीच लड़कों में आम है ।
2.ऑस्टिओआर्थरिटिस (संधिवात) -
यह 40 वर्षों के पुरुषों में आम है
· जोड़ों में दर्द
· जोड़ को दवाने पर दर्द होना
· जकडाहट होना ।
· जोड़ो के लचीलेपन में कमी
· हड्डी में स्पर बनना । हड्डी में अतिरिक्त बिट्स बन जाता है, जो कठोर गांठों की तरह महसूस करते हैं,
3.रुमेटीयड आर्थ्राइटिस (आमवात ) -
· 24-40 साल (ज्यादातर महिलाएं) की अवस्था में अधिक पाया जाता है और जकडाहट के साथ जोड़ों में दर्दनाक सूजन होती है।
· प्यास अधिक लगना
· कमजोरी - आलस होना
· शरीर में भारीपन
· कभी-कभी भूख की कमी
4.सियाटिका (गृधसी)
· कुहले से पैर की अंगुली तक दर्द होना
· पैर का अकड़ना ।
5.गाउट (गठिया )
· बुखार
· खुजली
· जलन का अहसास।
· त्वचा का रंग बदलना
· सूजन आना,छोटे जोड़ों से शुरू होना (जैसे बड़े पैर का अंगूठा ) व् लंबे समय तक बहुत दर्द और जोड़ पर लालीमा होना ।
· सीरम यूरिक एसिड बड़ा होन
6. FIBROMYALGIA (ऊतकों और मांसपेशियों का दर्द)
· थकान
· डिप्रेशन
· निद्रा संबंधी परेशानियां
· स्मृति नाश होना
· चिंता या अवसाद
· मांसपेशियों में दर्द
जोड़ों में जकडाहट
7.थकान
दुर्बलता
चक्कर आना या चक्कर
बार बार साँस फूलना
थकान या थकावट