रूसी, स्कैल्प की त्वचा से मृत कोशिकाओं का झड़ना हैं। आमतौर पर खोपड़ी की त्वचा एक महीने में मृत हो जाती है जिससे त्वचा की कोशिकाएँ के मृत होने पर एक थोड़ी मात्रा मे उनका गिरना सामान्य हैं लेकिन जब वे ज्यादा मात्र में गिरने लगती हैं तब यह रुसी के रूप में जनि जाती है |
सामान्य रूसी हर मौसम में एक सी रहती है. यह ड्राई और तेलीय दो तरह की होती है, इससे बचाव करने के लिए अपने बालों में हर्बल शैम्पू का प्रयोग करे .बालों को धूप से भी बचाये जब भी बाहर जाये तो बालों को कवर करके जाये | .
ऑयली डैंड्रफ:
ऑयली डैंड्रफ होने पर सिर में बहुत ज्यादा पसीना आता है चाहे गर्मी हो या सर्दी हो ऑयली डैंड्रफ वाले व्यक्ति के सिर में हमेशा पसीना बालों की जडों पर रहता ही है तथा सिर की त्वचा से भी तेल निकलता है| इसमें रूसी भी थोडी नम होती है.
ड्राई रूसी :
ड्राई रूसी होने पर बालों के अन्दर की रूसी झडती है और बालों के ऊपर दिखाई देती है. सिर की त्वचा भी एकदम रूखी होती है| ड्राई रूसी से बचाव के लिए बालों में आंवले का तेल लगा कर उसे दो घंटे के लिए ऐसे ही छोड दें उसके बाद तौलिए को गर्म पानी में भिगोकर सिर पर लपेट लें इससे बालों को स्टीम मिल जाएगी जिससे रोम छिद्र खुल जायेंगे तथा बालों की जड़ो को ऑक्सीजन लेने में सहायता करेगा.|
आयुर्वेद में, क्षुद्र रोग की श्रेणी में रूसी की समस्या को रखा गया है | रुसी या डैंड्रफ सभी तीन दोषों (वात, पित्त, कफ दोष ) के असंतुलन के कारण होती है ।शामिल प्राथमिक दोष हैं पित्त और वात । दोनों दोषों के बढ़ने से आम का उत्पादन होता है, जो सूखी और गर्म प्रकृति में होते हैं।येआम स्कैल्प के गहरे ऊतकों और त्वचा को दूषित करते हैं।स्कैल्प के गहरे ऊतकों का संदूषण होने से स्कैल्प पर खुजली और पैचेस बन जाते है।
लक्षण:
रूसी के लक्षणों में बालों और कंधे पर मृत त्वचा के सफेद कण मिलते है|
स्कैल्प का सूखापन
स्कैल्प पर लाली और जलन
बालों का गिरना
मुहासों का होना
कारण:
शुष्क त्वचा सहित कई चीज, रूसी का कारण हो सकता है; कुछ कपड़े, साबुन, शैंपू जैसे बाल उत्पादों की संवेदनशीलता; कुछ प्रकार के भोजन जैसे मसालेदार खट्टाऔर तेलयुक्त भोजन, धूल, सूर्य की रोशनी और त्वचा विकार जैसे सोरायसिस, सेबोरिआ डर्माेटाइटिस या एक्जिमा जैसे पर्यावरण एलर्जी।बालों के कंडीशनिंग और बालों के रंग के रूप में अत्यधिक कॉस्मेटिक बाल उपचार |
खमीर (फर्मेन्टेड फ़ूड) की अतिवृद्धि से भी रूसी हो सकती है।
आहार और जीवन शैली:
सामान्य रूप से, तेल और त्वचा कोशिका निर्माण को कम करने के लिए एक कोमल हर्बल नीम शैम्पू से दैनिक सफाई रूसी में सहायता करता है।
बाल धोने से पहले हर समय महाभ्रगराज तेल स्कैल्प पर मालिश करें।
मसालेदार, चिकना, गर्म और फ्रिज़ में खाद्य पदार्थ, जंक फूड से बचें।
अच्छे पोषक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ, सलाद, फल, स्प्राउट्स गेहूं और दाल, हरी सब्जियां ,आमला ,दूध आदि भोजन में ले |
नियमित योग और तनाव के स्तर को कम करने के लिए व्यायाम करें।
घरेलु उपचार:
इसके उपचार में ऐसी आयुर्वेदिक हर्बल दवाओं का साथ-साथ संतुलित आहार और जीवन शैली प्रयोग करते है जो पित्त और वात दोष को शांत करती है।
1 चम्मच नींबू का रस, 1 बड़ा चमचा सरसों का तेल और 1 कप दही मिलाएं। बालों को धोने से पहले यह 20-25 मिनट से 90 मिनट तक बालों पर लागए फिर नीम शैम्पू से धो ले
ध्यान दें: कृप्या औषधि चिकित्सक की देख रेख में ले
उपचार के साथ उपचार