ओलिगॉस्पर्मिया (कम शुक्राणु)

ऑलिगॉस्पर्मिया एक पुरुष प्रजनन क्षमता है जिसमे  शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाती  है। डब्लूएचओ के मुताबिक अगर पुरुष में शुक्राणुओ की संख्या 15 मिलियन से कम होती तब कहते है  है।

वास्तविक निदान करने क लिए  परीक्षण में वीर्य विश्लेषण कराना चाहिए  है जो शुक्राणुओं की मात्रा और गुणवत्ता क बारे में जानकारी देता है।

आयुर्वेद में, ओलिगॉस्पर्मिया को नपुंसकता या शुक्रक्षय  के रूप में जाना जाता है।

लक्षण:

कम शुक्राणु होना 

पेशाब में  जलन।

टेस्टिक्युल में  दर्द

अंडकोश में सूजन 

कारण:

यह पित्त दोष के कारण होता है

इसके निम्नलिखित कारण हो सकते है -

वृषण में आघात होना

शुक्राणु के सामान्य प्रवाह में बाधा

वेरिकोसिल डिसीज

पुरुष नसबंदी

हार्मोन के कारण शुक्राणु उत्पादन में कमी

तनाव, धुम्रपान, नशीली दवाओं या ज्यादा शराब पीना

कुछ विषाक्त पदार्थों को एक्सपोजर

पोषण की हानि

ज्यादा वजन होना

सिफलिस या गोनोरिआ जैसी यौन संचारित बीमारी होना

तंग कपड़े पहनें और उच्च तापमान में अंडकोष को उजागर न करें जैसे गर्म टब।

आहार और जीवन शैली:

प्रोटीन में उच्च आहार, ग्लूकोस जैसे कार्बोहाइड्रेट, एक टेबल चम्मच गाय घी, सब्जियां जैसे बथूआ, काले चने लें।

कड़वा, कसैले और मसालेदार खट्टे खाद्य पदार्थों से बचें। कैफीन का सेवन कम करें

किसी भी अधिक वजन की हानि, जो टेस्टोस्टेरोन / एस्ट्रोजन असंतुलन का कारण बनती है

योग, व्यायाम और ध्यान की सहायता से तनाव के स्तर को कम करें

श्री गोपाल तेल के साथ मालिश शरीर की मालिश करे , जो रक्त परिसंचरण में सुधार करता है।

यदि आप अधिक बार सेक्स किया करते हैं और कम घना वीर्य हो तो ,लगातार दो स्खलन के बीच तीन दिनों के अंतराल बनाए रखें।

धूम्रपान, शराब पीना आदि जैसी बुरी आदतों को रोकें। शराब आपके यकृत को प्रभावित करती  है, जो एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ाता है।

घरेलु उपचार: .

ध्यान दें: Medicine should be taken according to vaidya/docter


उपचार के साथ उपचार