काशीसादि तेल
घटक द्रव्य:
कशीस , कलिहारी मूल, सोंठ ,पीपल ,सेंधानमक ,मनःशिला , कनेर की जड़, बायबिडंग चित्रक मूल भाषा मूल दंती मूल सत्यानाशी मूल हड़ताल थूहर का दूध आक का दूध गोमूत्र इत्यादि तिल तेल में तेल पाक विधि से निर्मित
चिकित्सीय उपयोग:
पाइल्स में लगाने के लिए इसका उपयोग होता है। ऐसा शास्त्रों में लिखा है किए यह तेल क्षार कर्म की तरह बवासीर के मस्सों को काटकर गिरा देता है।
संदर्भ:
शारंगधर संहिता
सेवन मात्रा:
आवश्यकतानुसार गुदा मार्ग पर मस्सों में दिन में दो तीन बार लगावे
आइटम कोड:
काशीसादि तेल
500 रुपये से ऊपर आर्डर पर मुफ्त डिलीवरी
पैकेज:
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इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त