इरिमेदादि तेल
घटक द्रव्य:
इरिमेद की छाल ,लौंग ,मंजिष्ठा ,लोध्र , मुलेठी ,बड़ की छाल, मुलेठी ,नागरमोथा ,दालचीनी ,जायफल ,कपूर, धाय के फूल, नागकेशर एवं तिल तेल में तेल पाक विधि से निर्मित
चिकित्सीय उपयोग:
इस तेल का कुल्ला करने से मसूड़ों की सड़न, पायरिया, दांतों का हिलना, दांतों में सेंसिटिविटी होना, दांत में कीड़े लगना ,मुंह की दुर्गंध इत्यादि रोगों में लाभ होता है।
संदर्भ:
शारंगधर संहिता
सेवन मात्रा:
इस तेल को कुछ समय मुंह में धारण कर कुल्ला कराने मैं तथा मालिश करने में आवश्यकतानुसार उपयोग किया जाता है
आइटम कोड:
इरिमेदादि तेल
500 रुपये से ऊपर आर्डर पर मुफ्त डिलीवरी
पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त