शतावर्यादि चूर्ण
घटक द्रव्य:
शतावरी ,गोखरू बीज, कौंच के बीज, सफेद मूसली एवं अश्वगंधा इत्यादि
चिकित्सीय उपयोग:
यह चूर्ण पौष्टिक, श्रेष्ठ बाजीकारक एवं वीर्यवर्धक है। इस चूर्ण के सेवन से रस ,रक्त आदि सप्त धातुओं की वृद्धि हो जाती है
संदर्भ:
योग रत्नाकर
सेवन मात्रा:
3 से 6 ग्राम तक रात को सोने की एक घंटा पूर्व व प्रातः काल चीनी मिश्रित गाय के दूध के साथ लेना चाहिए
आइटम कोड:
9018
मात्रा :
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आकार |
60 gm एमआरपी : 84.00 स्टॉक उपलब्ध |
पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त