जांच

अब कॉल करें: 18001028384 (टोल फ्री)

हिंग्वाष्टक चूर्ण

घटक द्रव्य:

हींग , त्रिकटु, अजवाइन ,सेंधव लवण ,काला जीरा, सफेद जीरा इत्यादि q

चिकित्सीय उपयोग:

इस चूर्ण को भोजन के समय प्रथम निवाले में घी में मिलाकर खाने के बाद फिर भोजन करने से अग्नि प्रदीप्त होती है और वात रोगों में लाभ होता है। इससे वात प्रधान मंदाग्नि अच्छी हो जाती है। पेट में वायु का जमा होना, डकारे आना, भूख न लगना आदि की यह उत्तम दवा है। यह चूर्ण उत्तम दीपन और पाचन है।

संदर्भ:

आयुर्वेद सार संग्रह

सेवन मात्रा:

3 ग्राम गरम जल के साथ या निर्देशानुसार

आइटम कोड:

9010

मात्रा :

पैकेज :

500 रुपये से ऊपर आर्डर पर मुफ्त डिलीवरी

आकार
30 gm एमआरपी : 70.00 स्टॉक उपलब्ध
60 gm एमआरपी : 115.00 स्टॉक उपलब्ध

पैकेज:

इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त