अश्वगंधादि चूर्ण
घटक द्रव्य:
अश्वगंधा, विधारा
चिकित्सीय उपयोग:
इस चूर्ण के सेवन से वीर्य विकार, प्रमेह आदि रोगों में लाभ होता है, इसका प्रभाव वात वाहिनी नाड़ियों, मस्तिष्क तथा हृदय रोग पर होता है। अनिद्रा, हृदय की कमजोरी एवं धड़कन में लाभकारी है। यह उत्तम शक्ति वर्धक और वाजीकारक है।
संदर्भ:
शारंगधर संहिता
सेवन मात्रा:
अनुपात 3 ग्राम से 6 ग्राम तक सुबह शाम दूध या जल के साथ या चिकित्सक के परामर्श से
आइटम कोड:
9003
मात्रा :
500 रुपये से ऊपर आर्डर पर मुफ्त डिलीवरी
आकार |
50 gm एमआरपी : 80.00 स्टॉक उपलब्ध |
100 gm एमआरपी : 153.00 स्टॉक उपलब्ध |
पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त