गिलोय सत्व
चिकित्सीय उपयोग:
मंद मंद ज्वर बने रहना, हाथ पैरों के तलवों में गर्मी बनी रहना, पसीना अधिक निकलना ,रक्तपित्त ,पांडू अम्ल पित्त, खूनी बवासीर, श्वेत व रक्त प्रदर ,प्यास की अधिकता आदि विकारों में यह औषधि उपयोगी है।
संदर्भ:
सिद्ध योग संग्रह
सेवन मात्रा:
4 रत्ती से 1 ग्राम तक संभाग सितोपलादि चूर्ण में मिलाकर या दो रत्ती प्रवाल पिष्टी या चंद्रकला रस या बसंत मालती रस एक रत्ती में मिलाकर शहद या अन्य उचित अनुपान के साथ दें
आइटम कोड:
25006
मात्रा :
500 रुपये से ऊपर आर्डर पर मुफ्त डिलीवरी
आकार |
10 GM एमआरपी : 48.00 स्टॉक उपलब्ध |
40 GM एमआरपी : 137.00 स्टॉक उपलब्ध |
पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त