प्लीहारी बटी
घटक द्रव्य:
एलवा, अभ्रक भस्म, कसीस एवं लहसुन इत्यादि
चिकित्सीय उपयोग:
प्लीहारोगों के लिए यह अच्छी दवा है। तिल्ली के बढ़ जाने से होने वाले खांसी सूजन,तथा मंदाग्नि आदि रोगों में सहायक है यकृत विकार,मंदाग्नि में भी इस औषधि के उपयोग से फायदा होता है।
संदर्भ:
भेषज रत्नावली
सेवन मात्रा:
2 से 4 गोली दिन में दो बार गर्म दिल के साथ
आइटम कोड:
6035
मात्रा :
500 रुपये से ऊपर आर्डर पर मुफ्त डिलीवरी
आकार |
10 GM एमआरपी : 98.00 स्टॉक उपलब्ध |
पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त