जातिफलादि वटी (स्तंभक)
घटक द्रव्य:
अकरकरा ,शुंठी ,केसर, कबाब चीनी ,पीपल ,जायफल, लवंग ,चंदन एवं अहिफेन इत्यादि
चिकित्सीय उपयोग:
वाजीकारक औषधि है। यह औषधि वीर्य विकारों में उपयोगी है। इसका प्रभाव वात वाहिनी एवं शुक्र वाहिनी नाड़ियों पर विशेष रूप से होता है
संदर्भ:
आयुर्वेद सार संग्रह
सेवन मात्रा:
एक से दो गोली दिन में दो बार अथवा चिकित्सक के परामर्श अनुसार
आइटम कोड:
6003
500 रुपये से ऊपर आर्डर पर मुफ्त डिलीवरी
पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त