स्वर्ण भूपति रस
घटक द्रव्य:
कज्जली , ताम्र भस्म, लोहा भस्म ,अभ्रक भस्म, कांत लौह भस्म ,स्वर्ण भस्म ,रौप्य भस्म इत्यादि।
चिकित्सीय उपयोग:
यह एक आयुर्वेदिक रसायन औषधी है। रुमेटिक समस्याओं ,जोड़ों का दर्द ,अम्लपित्त ,खट्टी डकार, ग्रहणी, अस्थमा, पीलिया आदि रोगों में इसका उपयोग किया जाता है। ह्रदय को बल प्रदान करता है।
संदर्भ:
योग रत्नाकर
सेवन मात्रा:
एक रत्ती से दो रत्ती शहद के साथ दिन में दो बार
आइटम कोड:
04047A
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पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त