सूतिका भरण रस
घटक द्रव्य:
स्वर्ण भस्म, चांदी भस्म, ताम्र भस्म, प्रवाल भस्म, शुद्ध पारा, शुद्ध गंधक, अभ्रक भस्म, शुद्ध हरताल, शुद्ध मैनसिल ,शुंठी ,काली मिर्च, पीपल, कुटकी, इत्यादि।
चिकित्सीय उपयोग:
इस रसायन का सेवन करने से सभी प्रकार के सूतिका रोग एवं प्रसूति में होने वाली समस्याएँ में लाभ होता है। यह त्रिदोष व्याधियों में लाभकारी है।
संदर्भ:
योगरत्नाकर
सेवन मात्रा:
आधी रत्ती से एक रत्ती तक आवश्यकतानुसार दिन में दो बार रोगानुसार उचित अनुपान के साथ दें
आइटम कोड:
04104A
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पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त