चिंतामणि चतुर्मुख रस
घटक द्रव्य:
रस सिंदूर, लोह भस्म ,स्वर्ण भस्म इत्यादि।
चिकित्सीय उपयोग:
यह यह योगवाही रसायन है। इसके सेवन से समस्त प्रकार के वात रोगों में लाभ होता है। मस्तिष्क के विकारों में भी यह उपयोगी है।
संदर्भ:
भैषज्य ग्रंथावली
सेवन मात्रा:
१ रत्ती त्रिफला चूर्ण और मधु के साथ या रोग के अनुसार उचित अनुपान के साथ दें
आइटम कोड:
4036
मात्रा :
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आकार |
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पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त