शक्रवल्लभ रस
घटक द्रव्य:
शुद्ध पारा, शुद्ध गंधक, लौह भस्म ,अभ्रक भस्म ,चांदी भस्म ,स्वर्ण भस्म,स्वर्ण माक्षिक भस्म, वंशलोचन, भांग के बीज इत्यादि।
चिकित्सीय उपयोग:
यह वीर्य विकार जनित रोगों के लिए एक उपयोगी औषधि है। जिन व्यक्तियों में शारीरिक बल का नाश हो गया हो उनके लिए यह औषधि रसायन एवं वाजीकारक है, ऐसा निर्देश शास्त्रों में है।
संदर्भ:
शक्रवल्लभ रस
सेवन मात्रा:
दो से चार गोली सुबह-शाम मिश्री मिले हुए गर्म दूध के साथ दें।
आइटम कोड:
4020
मात्रा :
500 रुपये से ऊपर आर्डर पर मुफ्त डिलीवरी
आकार |
1 GM एमआरपी : 700.00 स्टॉक उपलब्ध |
2.5 GM एमआरपी : 1830.00 स्टॉक उपलब्ध |
पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त