बंगेश्वर रस
घटक द्रव्य:
शुद्ध पारा ,बंग भस्म ,शुद्ध गंधक, चांदी भस्म ,कपूर, अभ्रक भस्म, स्वर्ण भस्म ,और मोती भस्म इत्यादि।
चिकित्सीय उपयोग:
इस औषधि के सेवन से नए पुराने सब प्रकार के प्रमेह रोगों में लाभ होता है। बहुमूत्र, शुक्र क्षय, मंदाग्नि ,आम दोष, रक्तपित्त आदि विकारों में यह उपयोगी है। यह रसायन, वाजीकरण ,कांति वर्धक, और दुर्बलता नाशक है।
संदर्भ:
भेषज रत्नावली
सेवन मात्रा:
एक-एक गोली सुबह शाम मधु के साथ दें ऊपर से गाय का दूध या बकरी के दूध पिला दे।
आइटम कोड:
2017
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पैकेज:
इसके अलावा नीचे रोगों में प्रयुक्त